उस जाम से ज्यादा नसा तेरी आँखों से छलकता है
थोड़ी सी कमी है कि दुबक जाता हूँ महफ़िल आकर
छलकता है जाम तेरे होटों पे आकर
कि मुझे जाम को जाम पिलाना नहीं आता..
आ मैखाने, नजरो से नजरे मिला ले जरा
उस जाम से ज्यादा नसा तेरी आँखों से छलकता है..
उस जाम से ज्यादा नसा तेरी आँखों से छलकता है..
एक निगाह इधर भी घुमालो ए हसीं..
यहाँ कोई है जो दीदार को तरसता है.